Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi – दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे जैन मुनि और राष्ट्र संत तरुण सागर जी महाराज के कुछ कड़वे अनमोल वचन, सुविचार और Quotes in Hindi जिनको सुनने के बाद आपको जीवन की एक बहुत बड़ी सीख मिलेगी।
जैन मुनि और राष्ट्र संत तरुण सागर जी महाराज का जन्म 26 जून 1967 को एक छोटे से गांव गुहांची जो दमोह, मध्य प्रदेश में स्थित है में हुआ। इनकी माता का नाम शांति बाई जैन और पिता का नाम प्रताप चाँद जैन था। मुनिश्री ने मात्रा 13 वर्ष की आयु में आचार्य श्री पुष्पदंत सागर से 20 जुलाई 1988 में छुल्लक दीक्षा प्राप्त की। मुनिश्री का लंबी बीमारी के बाद 51 साल की उम्र में 1 सितंबर 2018 को देवलोक गमन हुआ लेकिन उनके सुविचार व अनमोल वचन आज भी हम सभी के लिए एक दिव्य ज्ञान की तरह है, तो चलिए जानते हैं उनके कुछ सुविचारों को।
तरुण सागर जी के कड़वे अनमोल वचन
Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi
भले ही लड़ लेना झगड़ लेना पिट जाना पीट देना मगर बोलचाल बंद मत करना क्यूंकि बोलचाल के बंद होते ही सुलह के सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं – मुनि श्री तरुण सागर जी
कभी तुम्हारे माँ- बाप तुम्हे डांट दें तो बुरा मत मानना, बल्कि सोचना गलती होने पर माँ बाप नहीं डाटेंगे तो कौन डाटेंगे, और कभी छोटो से कोई गलती हो जाए तो ये सोचकर उन्हें माफ़ कर देना कि, गलतियाँ छोटे नहीं करेंगे तो और कौन करेगा – मुनि श्री तरुण सागर जी
डाक्टर और गुरु के सामने झूठ मत बोलिये क्योंकिं यह झूठ बहुत महंगा पड सकता है। गुरु के सामने झूठ बोलने से पाप का प्रायश्चित नही होगा, डाक्टर के सामने झूठ बोलने से रोग का निदान नहीं होगा। डाक्टर और गुरु के सामने एकदम सरल और तरल बनकर पेश हो। आप कितने ही होशियार क्यों न हो तो भी डाक्टर और गुरु के सामने अपनी होशियारी मत दिखाइये, क्योंकिं यहां होशियारी बिल्कुल काम नहीं आती – मुनि श्री तरुण सागर जी
धनाढ्य होने के बाद भी यदि लालच और पैसों का मोह है, तो उससे बड़ा गरीब और कोई नहीं हो सकता है। प्रत्येक व्यक्ति ‘लाभ’ की कामना करता है, लेकिन उसका विपरीत शब्द अर्थात ‘भला’ करने से दूर भागता है – मुनि श्री तरुण सागर जी
धन का अहंकार रखने वाले हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि पैसा कुछ भी हो सकता है, बहुत कुछ हो सकता है, लेकिन सब कुछ नहीं हो सकता। हर आदमी को धन की अहमियत समझना बहुत जरूरी है – मुनि श्री तरुण सागर जी
चार बातों को कचरे के डिब्बे में डाल दो – लोग क्या कहेंगे, मुझसे नहीं होगा, मेरा तो भाग्य ही ख़राब है और अभी मेरा मूड नहीं है। – मुनि श्री तरुण सागर जी
सच्ची नींद और सच्चा स्वाद चाहियें तो पसीना बहाना मत भूलिए। बिना पसीने की कमाई पाप की कमाई है। – मुनि श्री तरुण सागर जी
जिस पर माया का जादू चल गया वो संसारी हो गया और जिस पर प्रभु का जादू चल गया वो संत हो गया। – मुनि श्री तरुण सागर जी
अपना तन-मन अपने परिवार को देना चल जायेगा। अपना धन सगे सम्बन्धियों को देना चल जायेगा। लेकिन अपना दिल ईश्वर के सिवाए किसी को मत देना। – मुनि श्री तरुण सागर जी
माँ बच्चे के पेट पर देखती है की पेट भरा है या नहीं और पत्नी हमेशा पति की जेब देखती है। – मुनि श्री तरुण सागर जी
तो दोस्तों आशा करते हैं आपको इस पोस्ट मुनिश्री तरुण सागर जी के कड़वे अनमोल वचन – Tarun Sagar Ji Kadve Vachan In Hindi के माध्यम से मुनिश्री के विचारों को समझने का मौका मिला होगा, तो शेयर करें अपने मित्रों के साथ।